Friday, January 20, 2017

चमत्कारी लाल किताब के टोटके सूर्य का प्रथम भाव में फल

अगर आपकी कुण्डली में सूर्य पहले भाव में ​स्थित है। आप बहुत विनम्र और मधुर वाणी बोलने वाले होंगे। आपका स्वभाव बहुत उदार होगा। लेकिन यदि कोई आपको हानि पहॅुचाने का प्रयास करेगा, आप उसे सबकसिखाये बिना नहीं छोड़ेंंगे आपका व्यवहार उत्तम होगा। आप निडर, साहसी और बहादुर होंगे तथा अपने शत्रुओं को परास्त करेंंगे आपका नाम होगा और आप यशस्वी होंगे। आप स्वयं सफलता के पथ पर अग्रसर होंगे और अपने को स्थापित करेंगे। लेकिन आप मानसिक रूप से अशान्त रह सकते हैं। राजनीति में आपकी रूचि होगी। आप शिक्षा के क्षेत्र में कई उपलब्धियॉ प्राप्त करेंगे। आप लेखा जोखा के कार्य में संलग्न हो सकते हैं। आप बहुत आदर्शवादी होंगे और अपनेसिद्धान्तों के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। आप अपने विचारों से कभी भी नहीं हटेंंगे शराब और मादक पदार्थों से आपको घृणा होगी। आपको कोई भी कार्य प्रारम्भ करना प्रिय होगा तथा आप कार्यों का नेतृत्व करेंगे। आप बहुत आक्रामक होंगे और विकराल रूप से जबाव दें आप परिश्रमी होंगे और परिश्रम से कभी पीछे नहीं हटेंगे। आपके गुण आपको धनी बनाने में सहायक होंगे। आप परोपकारी होंगे और लोगों की मदद करेंंगे आप जितना संघष्‍​र्ष करेंगे, उतनी ही सफलता और ख्याति के शिखर की तरफ बढ़़ते जायेंगे आपका यश और बढ़़ेगा। जो आपको परेशान करने या हानि पहुॅचाने का प्रयास करेंगे, वे समाप्त हो जायेंगे। यदि आप अपना धन धार्मिक और कल्याणकारी कार्यों में लगायेंगे, आप उन्नति के पथ पर आगे बढ़़ते जायेंगे। आप 24 साल की आयु में विवाह कर सकते हैं और आपको पत्नी तथा बच्चों का सुख प्राप्त होगा। आप समाज के कल्याण के लिये कार्य करेंगे। आप किसी बात पर भरोसा अपनी ऑखों से देखने के बाद ही करेंगे। आपका गंजापन आपकी समृद्धि का संकेत होगा। आप लकीर का फकीर होने के बजाय एक स्वतंत्र विचारक होंगे। आपको यात्राओं से लाभ प्राप्त होगा। आपको सरकारी नौकरी में एक उच्च पद प्राप्त हो सकता है। आपके सरकारी अधिकारियों से मधुर संबंध हो सकते हैं। आपको इन संबंधों से लाभ प्राप्त होगा।
यदि आपने जनता के साथ गलत व्यवहार किया, परिवार कल्याण के कामों में बाधा डालने का प्रयास किया, अपने घर के अन्त में बने कमरे में उजाला करने का प्रयास किया तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है। यदि आपका सूर्य किसी भी कारण से मंदा हो गया तो आपको प्रतिकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। आप हड्डी और दिल के रोग से ग्रस्त हो सकते हैं। क्रोध और कटुवाणी से आपका रक्त चाप बढ़़ सकता है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज :

मांस और मदिरा का सेवन न करें।
दिन के समय अपना व्यवहार ठीक रखें।
उपाय:-

जल में चीनी मिलाकर सूर्य को अघ्‍​र्य दें।
अपने घर के अन्त में अंधेरा कमरा बनवायें।

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