Friday, January 20, 2017

चमत्कारी लाल किताब के टोटके सूर्य अष्टम भाव में फल

अगर आपकी लाल किताब कुण्डली में सूर्य आठवें भाव में ​स्थित है। आप बहुत क्रोधी स्वभाव के होंगे। आप ईमानदार और विनम्र होंगे। आप अपने ईमानदार प्रयासों और समर्पित परिश्रम से जीवन में प्रगति करेंगे। आप हर काम करने का प्रयास करेंगे। आप धैर्यवान नहीं हो सकते हैं। आप दीर्घायु होंगे। यदि आप अपनी बहन के साथ उसके पति के घर पर रहते हैं और वहॉ पर किसी प्रकार की कोई चोरी नहीं करते हैं तो आपको उत्तम परिणाम प्राप्त होंगे। आप भाग्यवान होंगे। आपके सामने किसी की मृत्यु नहीं होगी। यदि आप किसी बीमार व्यक्ति के पास बैठ जायेंगे तो वह स्वस्थ हो जायेगा। सामान्यत: आपका जीवन सुखी और आन्नदपूर्ण होगा। कभी-कभी आपको अपमान सहना पड़़ सकता है। अन्य लोग आपके धन का उपयोग कर सकते हैं। आपका स्वभाव साधु जैसा हो सकता है। आप अपने कार्यों को मानवता के कल्याण के लिये समर्पित करने का प्रयास करेंगे।

यदि आप महिलाओं से झगड़ा करते हैं, अपने ससुराल वालों के लिये समस्या पैदा करते हैं, धोखाधड़ी और चोरी करने की गलत नियत रखेंगे, आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में है तो आपका सूर्य कमजोर हो सकता है। यदि आपका सूर्य किसी कारणवश कमजोर हो जाता है तो आपको कोई गुप्त रोग हो सकता है। आपकी आर्थिक ​स्थिति खराब हो सकती है। सरकार के कारण आपको परेशानियों का सामना करना पड़़ सकता है। आपकी नजर कमजोर हो सकती है। यदि पराई महिलाओं के साथ आपके गलत सम्बन्ध हैं तो आपको धोखा मिलेगा। अपने गलत मित्रों के कारण आपका जीवन बर्बाद हो सकता है। जहरीले जीवों से सावधान रहें। वे आपकी मृत्यु का कारण बन सकते हैं। आपको पीठ में दर्द हो सकता है। आपको आर्थिक हानि हो सकती है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज :

रसोई की पवित्रता को सदैव बनाये रखें।पराई महिलाओं के साथ अनैतिक सम्बन्ध न रखें।

उपाय:-

गाय या बड़े भाई की सेवा करें।जल में चीनी मिलाकर सूर्य को अघ्‍​र्य दें।

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