Friday, January 20, 2017

चमत्कारी लाल किताब के टोटके सूर्य का दशम भाव में फल

अगर आपकी लाल किताब कुण्डली में सूर्य दसवें भाव में ​स्थित है। आपमें एक नेतृत्वकर्ता के गुण विद्यमान होंगे और आप न्यायप्रिय होंगे। आप किसी संस्था के प्रमुख, नेता या न्यायाधीश हो सकते हैं। आप ईमानदार होंगे और किसी को धोखा नहीं देंगे। चाहे आप सरकारी विभाग या निजी संस्थान में नौकरी करें या व्यापार करें, आपको धन, नाम और यश प्राप्त होगा। आपको नौकरों का सुख प्राप्त होगा। सरकार से आपको लाभ भी प्राप्त होंगे। आपका स्वास्थ्य उत्तम होगा। आप किसी चीज पर जल्दी विश्वास नहीं करेंगे और बहुत शक्की होंगे। आपको संतान का बहुत सुख प्राप्त नहीं हो सकता है। 19 साल की आयु में आपको अपने पिता से अलग होना पड़़ सकता है। आपके परिवार का कोई व्यक्ति उच्च पद प्राप्त करेगा या किसी संस्था का प्रमुख होगा और उन्हें सरकार से सम्मान प्राप्त होगा।

यदि आपके घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में हुआ, आपने अपनासिर नंगा रखा या अपने राज को किसी और को बताया तो आपका सूर्य कमजोर हो सकता है। यदि आपका सूर्य किसी कारणवश कमजोर हो जाता है तो आपको 34 साल की आयु तक परेशानियों का सामना करना पड़़ सकता है। यदि आप लकड़ी, लोहा, काली चीजों, भैंस या मशीनरी से सम्बन्धित कोई व्यवसाय करते हैं तो आपको उसमें हानि हो सकती है। आपको पैतृक सम्पत्ति प्राप्त नहीं हो सकती है। आपके पिता का सुख कम हो सकता है। आपको घुटनों में दर्द हो सकता है और आपकी ऑखें कमजोर हो सकती हैं। यदि आप अपनी पत्नी के घर पर रहते हैं या बिजली अथवा कोयले से सम्बन्धित कोई व्यवसाय अपने ससुराल वालों के साथ करते हैं तो आपको उसमें हानि हो सकती है। आपको सरकार के कारण कोई परेशानी हो सकती है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज :

अपनी गुप्त बातें किसी और को न बतायें।अपनेसिर पर सूर्य की रोशनी न पड़़ने दें।

उपाय:-

अपनेसिर पर सफेद टोपी या पगड़ी बांधें।अपने पैतृक घर पर नल लगवायें।

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